अरविंद का संघर्ष बड़ा है या उनका हौसला
जी हां, पहियों पर जीवन। ये कहानी नहीं, बल्कि एक जोशीले इंसान की पूरी ज़िंदगी है। इसमें संघर्ष भरपूर है। बीमारी से जूझने का, लेकिन जीवित और जीवंत रहने का। ये जानते हुए कि वो कभी अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता, लेकिन फिर भी अपने पैरों पर खड़े होने का जज़्बा और जुनून है। इस वीडियो को देखकर आप तय करें कि जीवन को सुधारने के लिए आपके सहयोग की अपेक्षा रखने वाले अरविंद का संघर्ष बड़ा है या उनका हौसला
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