कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस जानलेवाः ग्वालियर में एक महिला मरीज की मौत, एक मरीज को दिल्ली किया रैफर

<p><span style="color: #e67e23;"><strong>कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस जानलेवाः</strong></span> ग्वालियर में एक महिला मरीज की मौत, एक मरीज को दिल्ली किया रैफर</p>

शहर में रविवार को ब्लैक फंगस से एक महिला की मौत हुई है। कोरोना संक्रमित महिला की जांच निगेटिव आने के बाद भी जबड़े और आंख में सूजन आ गई थी। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने ब्लैक फंगस की आशंका व्यक्त करते हुए टेस्ट कराए। रिपोर्ट में भी ब्लैक फंगस की पुष्टि हो गई थी। रविवार को महिला की मौत हो गई।

नाका चन्द्रवदनी नहर वाली माता निवासी 43 वर्षीय रमादेवी शर्मा को कोरोना संक्रमण के चलते 25 अप्रैल को कैंसर पहाड़ी स्थित सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उपचार के बाद पांच मई को दोबारा कोरोना की जांच कराने पर महिला की रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन उपचार के दौरान महिला के जबड़े सहित आंखों में सूजन आ गई। चिकित्सकों ने ब्लैक फंगस होने की आशंका के चलते जब जांच कराई, तो ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। डॉक्टरों ने महिला के जबड़े का ऑपरेशन कर संक्रमित भाग को बाहर भी निकाल दिया था, लेकिन महिला को निमोनिया होने के साथ ही फेफड़ों में भी संक्रमण था, इसलिए ऑक्सजीन स्तर गिरने से रमादेवी शर्मा ने दम तोड़ दिया। सिम्स हॉस्पिटल प्रबंधन के मुताबिक 15 मई की रात से ही महिला का ऑक्सीजन स्तर गिरने लगा था।

एक मरीज किया दिल्ली रैफर
रविवार को सिम्स हॉस्पिटल में भर्ती मुरैना के एक पेशेंट 60 वर्षीय यशवीर सिंह को भी ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। उनको 14 मई को सिम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वह रैपिड एंटीजन टेस्ट में संक्रमित निकले थे। मरीज के चेहरे पर सूजन होने के साथ ही आंखों से कम दिखाई देने की शिकायत थी। इस पर जब ब्लैक फंगस की जांच कराई, तो संक्रमण की पुष्टि हुई। डॉक्टरों का कहना है कि ब्लैक फंगस मरीज की नाक से होता हुआ ब्रेन तक जा पहुंचा है। इसका उपचार शहर में होना संभव नहीं है, इसके चलते उन्हें रविवार को दिल्ली रैफर कर दिया।