मध्य प्रदेश में बिजली हुई महंगी 

<p>मध्य प्रदेश में बिजली हुई महंगी&nbsp;</p>

मध्य प्रदेश राज्य विद्युत नियामक आयोग ने वर्ष 2022-23 के लिए बिजली की नई दरें तय कर दी है। बिजली की नई दरों में पिछले वर्ष की तुलना में 2.64 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई है, हालांकि छोटे उपभोक्ताओं पर बिजली की दरों में वृद्धि का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन 200 यूनिट तक की खपत वाले उपभोक्ताओं की जेब पर ही महीने 51 रुपये की चपत लगेगी। आयोग ने कृषि उपभोक्ताओं के टैरिफ में कोई परिवर्तन नहीं किया है। रेलवे सहित निम्न दाब वाले छोटे वाणित्यिक उपभोक्ता यानी आटा चक्की, ई-चार्जिंग स्टेशन व अन्य छोटे दुकानदारों के बिल पर भी कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा। किसानों पर बिजली की नई दरों का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उपभोक्ताओं को मीटर किराया भी देय नहीं होगा। बिजली का नया टैरिफ अप्रैल के बिल से लागू होगा पहली बार बड़ी वाणिज्यिक इकाइयों के लिए ग्रीन एनर्जी टैरिफ लागू किया है। इसके तहत एक रुपये 73 पैसे प्रति यूनिट की दर से बड़ी निर्यातक औद्योगिक इकाइयों को बिजली कंपनियां ग्रीन एनर्जी का सर्टीफिकेट प्रदान करेंगी। इससे उनका निर्यात बढ़ेगा। गौरतलब है कि ग्रीन एनर्जी से बने उत्पादों की विदेश में बड़ी मांग है। मप्र में ग्रीन एनर्जी के सौर और पवन ऊर्जा दो विकल्प है ।अब तक आनलाइन बिजली का बिल जमा करने पर सिर्फ पांच सौ रुपये पर आधा प्रतिशत की छूट दी जाती थी। नए टैरिफ में यह सीमा खत्म कर दी गई है। अब जितनी राशि का बिल आनलाइन जमा किया जाएगा, उतनी राशि पर आधे प्रतिशत की छूट मिलेगी।