ग्वालियर में अपात्र डॉक्टर भी प्रिस्क्राइब कर रहे हैं रेमडेसिविर इंजेक्शनः जिला प्रशासन ने जारी की नई गाइडलाइन, अब रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टीशनर्स की मांग पर ही मिलेगा इंजेक्शन

<p><span style="color: #e67e23;">ग्वालियर में अपात्र डॉक्टर भी प्रिस्क्राइब कर रहे हैं रेमडेसिविर इंजेक्शनः</span> जिला प्रशासन ने जारी की नई गाइडलाइन, अब रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टीशनर्स की मांग पर ही मिलेगा इंजेक्शन</p>

ग्वालियर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी चल रही है। कई अपात्र डॉक्टर सिर्फ सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर ही रेमडेसिविर इंजेक्शन का डिमांड लेटर भेज रहे हैं, जबकि मरीज को इसकी जरूरत नहीं है। इसी प्रकार कई डेंटल डॉक्टर भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड भेजकर परिजनों से इंजेक्शन मंगवा रहे हैं।

व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी द्वारा की गई शिकायत।

यह मामला व्यापमं व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी की पकड़ में आया और उन्होंने जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की। इस आधार पर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने नई गाइडलाइन जारी की है।


इस नई गाइडलाइन के मुताबिक अब रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टीशनर की डिमांड पर ही ये इंजेक्शन अस्पतालों में ही मरीजों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।

अस्पतालों के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी
जिला प्रशासन के संज्ञान में यह मामला भी आया है कि चार अस्पतालों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर गड़बड़ियां की हैं। इन अस्पतालों के खिलाफ अब जिला प्रशासन के अफसर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहे हैं।