जीवाजी यूनिवर्सिटी की अनोखी पहल, सेंट्रल जेल में बंद कैदियों के लिए शुरू करेगी डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेस

<p>जीवाजी यूनिवर्सिटी की अनोखी पहल, सेंट्रल जेल में बंद कैदियों के लिए शुरू करेगी डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेस</p>

प्रशासन जेल में बंद कैदियों को सुधारने के लिए तरह तरह की कोशिशें करता है। लेकिन अब प्रदेश में इन कैदियों के जीवन में सुधार करने के लिए प्रशासन कुछ ऐसा करने जा रहा है जो की मध्यप्रदेश के इतिहास में अभी तक नहीं हुआ है। ग्वालियर में जीवाजी विश्वविद्यालय एक अनोखी पहल की शुरुआत करने जा रहा है। जीवाजी यूनिवर्सिटी ने सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को पढ़ाने का जिम्मा उठाया है। जिसके लिए जीवाजी स्किल डेवलपमेंट कोर्स में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस बारे में दूरस्थ शिक्षण संस्थान के हेड हेमंत शर्मा ने बताया कि ग्वालियर सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जीवाजी विश्वविद्यालय डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स कराने जा है। स्किल डेवलपमेंट कोर्स का प्रशिक्षण विशेषज्ञों द्वारा दिलवाया जायेगा व इनकी परीक्षाएं आयोजित करवाकर सर्टिफिकेट और डिप्लोमा दिया जाएगा। जिसके द्वारा कैदी समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे और अपने लिए रोजगार ढूंढ सकेंगे। 

ये कोर्स होंगे शुरू -:

पीजी डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन, पीजी डिप्लोमा इन सायकोलॉजिकल कॉउन्सिलिंग, पीजी डिप्लोमा इन योग एजुकेशन, पीजी डिप्लोमा इन साइबर लॉ,पीजी डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस और पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन।