आचार संहिता लगते ही जनसुनवाई हुई बंद, हथियार जमा न करने पर मॉनिटरिंग कमेटी को देना होगा जवाब

<p><span>आचार संहिता लगते ही जनसुनवाई हुई बंद, हथियार जमा न करने पर मॉनिटरिंग कमेटी को देना होगा जवाब</span></p>

सोमवार से आचार संहिता प्रभावी होने के साथ ही चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। 21 अक्टूबर से नामांकन दाखिला शुरू हो जाएगा। इस बार चुनाव में मतदान केंद्रों के लिए 381 रूट तैयार किए गए हैं। चुनाव में हथियार जमा न करने वाले लोगों को इस बार मानीटरिंग कमेटी के समक्ष कारण बताते हुए जवाब देना होगा। आमतौर पर हर बार लंबी चौड़ी सूची बन जाती थी और सैकड़ों लोग इसका लाभ लेते थे। हर मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई मंगलवार से नहीं होगी, इसको लेकर एक ड्राप बाक्स रख दिया जाएगा जिसमें लोग अपनी शिकायत डाल सकते हैं। सिर्फ मंगलवार को होने वाली जनसुनवाइ्र नहीं होगी,वैसे आम तौर पर शिकायतकर्ता कलेक्ट्रेट आकर शिकायत कर सकते हैं। सोमवार को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह ने आचार संहिता के बारे में राजनीतिक दलों को स्टैंडिंग कमेटी में जानकारी दी और शाम को इसी संबंध में संवाददाताओं से आचार संहिता को लेकर जानकारियां साझा की।

आदर्श आचरण संहिता के बारे में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को सोमवार को हुई स्टेंडिंग कमेटी की बैठक में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने विधानसभा निर्वाचन को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिये जारी किए गए प्रतिबंधात्मक आदेशों के बारे में भी बताया। बैठक में अपर कलेक्टर टीएन सिंह ,उप जिला निर्वाचन अधिकारी एलके पाण्डेय,अनुविभागीय दण्डाधिकारियों सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।