शहर की नम्रता के आसरे में पल रहे है कई बेज़ुबान जानवर
जानवरों से प्यार और लगाव हममे से ज्यादातर लोगों को होता ही हैं। हम अक्सर उन्हें चलते फिरते प्यार कर लेते है और खाना भी खिलाते हैं। लेकिन क्या हम उन्हे अपने घर में पनाह देकर बच्चों की तरह प्यार कर सकते हैं।शायद नहीं लेकिन शहर की नम्रता सक्सेना जानवरों के लिए वो मसीहा है जो कई सालों से ना सिर्फ उन्हे खाना खिलाती है बल्कि उनका पूरे तरह से रखरखाव कर अपने घर में पनाह दे रही हैं। लेकिन नम्रता का ये प्रेम कब जागृत हुआ और कैसे वो एक एनिमल लवर बनी यह आज हम जानेंगे वुमनिया सीजन -2 के इस नए एपिसोड में।
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