आगामी 17 नवम्बर को विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद आचार संहिता लगते ही अटके 1800 करोड़ से अधिक के विकास कार्य

<p><span>आगामी 17 नवम्बर को विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद आचार संहिता लगते ही अटके 1800 करोड़ से अधिक के विकास कार्य</span></p>

विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगते ही शहर में नगर निगम, स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन, लोक निर्माण विभाग जैसे विभागों के 1800 करोड़ रुपए के प्रस्तावित विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया है।

अब चुनाव बाद होगा काम
विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगते ही शहर में नगर निगम, स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन, लोक निर्माण विभाग जैसे विभागों के 1800 करोड़ रुपए के प्रस्तावित विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया है। इनमें से कई कार्य टेंडर प्रक्रिया में हैं, तो कई के टेंडर जारी होने थे। अब आचार संहिता लागू होने के कारण इन कार्यों की फाइलें थम गई हैं। इन विकास कार्यों की प्रक्रिया अब आचार संहिता हटने के बाद दिसंबर माह में ही शुरू हो सकेगी। इनमें एलिवेटेड रोड के दूसरे चरण सहित चंबल से पानी लाने, अमृत योजना फेज-2 के महत्वपूर्ण टेंडर सहित अन्य छोटे-बड़े कार्य शामिल हैं।

आचार संहिता लगने के बाद में नवीन कार्यों की प्रक्रिया को रोक दिया जाता है। सिर्फ वही विकास कार्य हो सकते हैं, जिनके कार्यादेश जारी हो चुके हैं। आचार संहिता के कारण जो महत्वपूर्ण कार्य अटके हैं, उनके लिए लंबे समय से स्वीकृति और टेंडर प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन इच्छुक कंपनियां न मिलने के कारण प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही थी। इनमें कुछ कार्य जनता की मूलभूत आवश्यकता से जुड़े हुए हैं, तो कई कार्य सुंदरीकरण से संबंधित हैं। अब आचार संहिता हटने व नई सरकार बनने के बाद ही कार्य शुरू हो पाएंगे। नगर निगम की ओर से अब तक 566 कार्य के टेंडर खुलकर वर्क आर्डर जारी हो चुके हैं। अधिकारियों के मुताबिक अब मंगलवार को स्थिति साफ होगी कि किन परियोजनाओं के काम शुरू हो सकेंगे।