तीसरे दिन भी जारी हड़ताल: नर्सेस ने संभागायुक्त को लौटाया कोविड सम्मान, अस्पतालों में लोग हो रहे परेशान

<p><strong>तीसरे दिन भी जारी हड़ताल:</strong> नर्सेस ने संभागायुक्त को लौटाया कोविड सम्मान, अस्पतालों में लोग हो रहे परेशान</p>

ग्वालियर में नर्सों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज तीसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रही। इस दौरान नर्सों ने कोविड काल में दिए गए सम्मान को वापस कर दिया। नर्सों ने अपने प्रशस्ति पत्र वापस करने के साथ ही कहा कि हमें झूठा सम्मान नहीं चाहिए। हमने जो मांगे रखी हैं, उसको लेकर मध्यप्रदेश सरकार बार-बार सिर्फ आश्वासन ही दे रही है।
शुक्रवार सुबह से ही ग्वालियर में जयारोग्य अस्पताल, जिला अस्पताल मुरार में नर्सों ने इकट्ठा होकर नारेबाजी शुरू कर दी। नर्सेस अपनी मांगों की तख्तियां हाथ में लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती नजर आईं। नर्सेज एसोसिएशन का कहना था कि मध्य प्रदेश में कई बार शासन व प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से अपनी मांगों के संबंध में अवगत करा चुके हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिला है, जबकि अभी कोविड आपदा के समय पूरा प्रदेश इस बात को मान चुका है कि नर्सेस उस समय में भगवान बनकर सामने आई थीं। अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों की जान बचाई थी। इस दौरान संक्रमण की चपेट में आकर कई नर्सेस ने परेशानी झेली है, इसलिए जगह-जगह नर्सों और डॉक्टरों को भगवान मानकर उनका सम्मान किया गया। उनके संगठन का कहना था कि सरकार ने झूठा सम्मान किया है या फिर वह हमारी मांगों का मानना ही नहीं चाहती। इसलिए अब यह झूठा सम्मान हम रखना नहीं चाहते हैं। नर्सों ने उनको दिए गए सम्मान प्रशस्ति पत्र एक जगह एकत्रित और संभागीय आयुक्त आशीष सक्सैना के दफ्तर में पहुंचकर वापस किए हैं।

ये हैं नर्सों की मांगें
-उच्च स्तरीय वेतनमान अन्य राज्यों की तरह मध्यप्रदेश में कार्यरत समस्त नर्सों को दिया जाए।
-पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।
-कोरोना काल में जान गंवाने वाली नर्सों के परिजन को राष्ट्रीय पर्व पर कोरोना योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया जाए।
-कोविड ड्यूटी में जान गंवाने वाली नर्सों के परिवार के किसी एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।
-कोरोना काल में शासन स्तर पर जितनी भी घोषणाएं की गई हैं, उन पर अमल नहीं किया गया। उन पर अमल किया जाए।
-कोविड में नर्सों को सम्मानित करते हुए दो वेतनवृद्धि का लाभ उनके वेतन में दिया जाए।

नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर, अस्पतालों में लोग हो रहे परेशान
नर्सों की हड़ताल का शुक्रवार को तीसरा दिन है। वह अपनी मांगों के पूरा नहीं होने पर 30 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। तीन दिन में ही स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा गई हैं। जयारोग्य अस्पताल समूह, जिला अस्पताल मुरार में वार्ड में नर्सिंग स्टाफ न होने से मरीजों व मरीज के परेशान हो रहे हैं। डॉक्टर पूरा काम नहीं संभाल पा रहे हैं।