ग्वालियर के गौसेवक सक्सेना परिवार ने खुद बनाई गौशाला, 7 गायों की कर रहे देखभाल

<p>ग्वालियर के गौसेवक सक्सेना परिवार ने खुद बनाई गौशाला, 7 गायों की कर रहे देखभाल</p>

ग्वालियर के टेकनपुर निवासी सक्सेना परिवार ने सड़कों पर घूमने वाली गायों के लिए अपने खर्चें पर ग्राम रमौआ में गौशाला का निर्माण कराया है। गौ प्रेमी पुनीत सक्सेना का परिवार पिछले साढ़े छह साल से गायों की देखभाल और चारे का इंतजाम कर रहा था, लेकिन श्री सक्सेना की पत्नी का ट्रांसफर होने के कारण इन गायों के रखरखाव का संकट उत्पन्न हो गया था। ऐसे में इस परिवार ने स्वयं गौशाला का निर्माण कराकर इन गायों को वहां रख लिया। वर्तमान में इस गौशाला में सात गायें हैं।

पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट पुनीत सक्सेना की पत्नी की नौकरी टेकनपुर स्थित बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के अस्पताल में है। ऐसे में पूरा परिवार टेकनपुर स्थित बीएसएफ परिसर में ही निवास करता है। यह परिवार पिछले साढ़े छह साल से इस परिसर में निवास कर रहा है। तभी से सक्सेना परिवार इन गायों की देखभाल, रखरखाव और भोजन का इंतजाम करता रहा था। पिछले दिनों श्री सक्सेना की पत्नी का ट्रांसफर दूसरी जगह होने से इन गायों के सामने भोजन और देखभाल का संकट पैदा हो गया। ऐसे में परिवार ने कोई ऐसा रास्ता निकालने का प्रयास किया, जिससे आगे भी गायों की देखभाल हो सके। आखिरकार परिवार ने मिलकर ग्राम रमौआ में मौजूद अपनी जमीन पर गौशाला विकसित करने का निर्णय लिया। इसके लिए बाउंड्रीवॉल निर्माण, टीनशेड, स्टोर रूम, गौसेवकों के रहने के लिए कमरों का निर्माण कराया गया और नगर निगम के सहयोग से कुल 7 गायों को इस गौशाला में शिफ्ट कराया गया।

गायों के ये रखे हैं नाम
वर्षों से रखरखाव करने के कारण सक्सेना परिवार ने इन गायों के नाम भी रखे हैं। इनमें से चार वयस्क गाय हैं, जिनके नाम लक्ष्मी, गौरी, तुलसी और टेडी हैं। वहीं तीन छोटी बछिया हैं, जिनके नाम सुरभि, देवी और छुटकी हैं।