18 जून 1858 को ग्वालियर में क्या हुआ था झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के साथ
1857 की क्रांति की आग को चिंगारी देने वाली और अपने शौर्य, वीरता और निडरता से अंग्रेज़ों को नाकों चने चबवाने वाली झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की आज 164 वीं पुण्यतिथि पर जानिए ग्वालियर की उस जगह के बारे में जहां लक्ष्मीबाई ने अपने जीवन के अंतिम क्षण व्यतीत किये और वीरगति को प्राप्त कर इतिहास के पन्नो में सदा के लिए अमर हो गईं।
What's Your Reaction?
Related Posts
- Comments
लोकप्रिय
-
क्यों ढोक लगाते हैं चम्बल के बाबा देवपुरी से गुजरने वाले सभी...
admin Sep 26, 2021 0 21
-
रामेश्वर यादव बने ग्वालियर के नए लोकायुक्त एसपी
admin Apr 14, 2022 0 15
-
ग्वालियर का गूजरी महल: राजा मान सिंह और रानी मृगनयनी के प्रेम की निशानी
admin Oct 16, 2021 0 13
लोकप्रिय
-
क्यों ढोक लगाते हैं चम्बल के बाबा देवपुरी से गुजरने वाले सभी...
admin Sep 26, 2021 0 21
-
रामेश्वर यादव बने ग्वालियर के नए लोकायुक्त एसपी
admin Apr 14, 2022 0 15
-
ग्वालियर का गूजरी महल: राजा मान सिंह और रानी मृगनयनी के प्रेम की निशानी
admin Oct 16, 2021 0 13
ये भी पढ़ें
इधर-उधर से
क्यों ढोक लगाते हैं चम्बल के बाबा देवपुरी से गुजरने वाले सभी राहगीर?
admin Sep 26, 2021 0 4116
यूनिवर्सिटी थाना क्षेत्र की घटना, ज़मीन बेचने का झांसा देकर युवक से ठगे 32.12 लाख रुपए
admin Oct 29, 2021 0 92
नया बाजार में महिला को देवी के दर्शन करने के नाम पर उतरवाए 5 लाख रुपए के गहने, लेकर भागे
admin Oct 2, 2023 0 60
आज बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर खान उर्फ़ पूह का जन्मदिन है, तो आइये जानते हैं आज उनके बारे में
admin Sep 21, 2021 0 141
गंगा-जमुनी तहजीबः ग्वालियर का मुस्लिम फ़नकार बनाता है उज्जैन के बाबा महाकाल की पगड़ी
admin Apr 1, 2021 0 92
अभिनेता ब्रह्मा मिश्रा का दुखद निधन, मिर्जापुर सीरीज में निभाया था ललित का किरदार
admin Dec 2, 2021 0 127