वसूली कांड में आरोपी पुलिस वालों के खातों से अलग-अलग जगह ट्रांसफर हुए रुपये, अकाउंट कराए फ्रीज

<p><span>वसूली कांड में आरोपी पुलिस वालों के खातों से अलग-अलग जगह ट्रांसफर हुए रुपये, अकाउंट कराए फ्रीज</span></p>

सट्टेबाजों को वर्दी का रौब दिखाकर वसूली करने वाले आरोपी पुलिस वालों की तिकड़ी टूट गई है। पुलिस को खबर है कि एफआईआर के बाद तीनों आरोपी दो गुटों में बंट गए हैं। इस सूचना के साथ ही राजस्थान और गुजरात के अकाउंट से दोबारा ट्रांसफर हुई रकम वाले खातों को पुलिस ने फ्रीज करा दिया है, जिसके पीछे कारण है कि पुलिस वसूली की रकम को बरामद करना चाहती है। सिरोल के एमके सिटी में शनिवार को मनमर्जी से डाली गई रेड में 23 लाख की वसूली करने वाले तीनों आरोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दो टीमें लगाई हैं। लेकिन आरोपी अपने घरों पर ताला डालकर फरार हो गए हैं, जिनके घर अब नोटिस लेने वाला भी कोई नहीं है।

बाहरी राज्यों के खाते कराए फ्रीज
बता दें कि सटोरियों से आरोपी पुलिस वालों ने 23 लाख की रकम को शिवम नरेश पटवार व आनंद अहिरवार के खातों से नागौर और पालनपुर में भिजवाया था। जहां से यह रकम अन्य चार खातों में ट्रांसफर कर दी गई, इन चारों खातों की डिटेल नोट कर पुलिस ने कुछ अकाउंट फ्रीज करा दिए हैं। आरोपी अलग-अलग हो गए हैं। जिनके दो दर्जन ठिकानों पर लगातार टीमें दबिश दे रही हैं। वहीं राजस्थान के नागौर और गुजरात के पालनपुर से अन्य अकाउंट में पहुंची रकम वाले खातों को पुलिस ने चयनित कर फ्रीज करा दिया है। बताया गया है कि फ्रीज हुए खातों के साथ ही कुछ और अकाउंट भी इस प्रकरण जुड़े हैं, जिनकी पड़ताल में पुलिस जुटी हुई है।

रकम बरामद, बना टारगेट
आरोपी पुलिस कर्मियों द्वारा एक्सटॉर्शन के रूप में वसूली गई रकम की बरामदी पुलिस के लिए टारगेट बन गई है। जिसके लिए पुलिस की एक टीम वसूली की रकम वाले खाता धारकों के पीछे लगी हुई है, माना जा रहा है कि इनके हत्थे चढ़ते ही इस कांड में आरोपियों की बढ़ोतरी हो सकती है।

राशि ट्रांसफर होने वाले कुछ खातों को फ्रीज कराया है, साथ ही
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार काम कर रही हैं ।
ऋषिकेश मीणा, एएसपी सिटी सेंट्रल