कमलाराजा अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत, मायके पक्ष ने ससुराल पक्ष पर लगाया प्रताड़ना का आरोप

<p>कमलाराजा अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत, मायके पक्ष ने ससुराल पक्ष पर लगाया प्रताड़ना का आरोप</p>

कमलाराजा अस्पताल में गत शुक्रवार को एक गर्भवती महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला के पहले से तीन लड़कियां हैं। मृतका के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर आरोप लगाया है कि बेटे की चाहत में जानबूझकर बार-बार गर्भधारण कराया गया, जबकि तीन बार ऑपरेशन से डिलीवरी होने के बाद डॉक्टरों ने आगे बच्चा न करने की चेतावनी दी थी। मृतका के मायके पक्ष ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक को आवेदन भी दिया है।

मुरार स्थित पवनसुत कॉलोनी में रहने वाले बीरबल शर्मा ने बताया कि उनकी बहन साधना शर्मा की शादी दिसंबर 2009 में माधवी नगर गदाईपुरा निवासी नीतेश शर्मा के साथ हुई थी। शादी के बाद ही साधना का पति नीतेश, ननद प्रीति, जीजा रामू दुबे, सास मधु और ससुर बृजकिशोर शर्मा दहेज को लेकर परेशान करते थे। शादी के बाद साधना को तीन लड़कियां हुईं, लेकिन ससुराल पक्ष वंश बढ़ाने की चाहत में बेटा पैदा करने के लिए दबाव डालते रहे। चूंकि तीनों डिलीवरी ऑपरेशन के जरिए हुई थीं, ऐसे में डॉक्टरों ने आगे गर्भधारण करने के लिए साफ मना कर दिया था। इसके बावजूद ससुराल पक्ष ने दबाव डालकर गर्भ धारण कराया। बीरबल शर्मा ने आरोप लगाया है कि साधना पांच माह की गर्भवती थी, तब उसके ससुरालीजन उसे लेकर झांसी गए और वहां भ्रूण लिंग परीक्षण कराया। इसमें पता चला कि उसका होने वाला बच्चा भी लड़की है, तो ससुराल पक्ष के लोगों ने गर्भपात कराने के प्रयास शुरू कर दिए। इसी के लिए गत 25 नवंबर को साधना को कुछ खिलाया गया, जिससे उसकी तबियत बिगड़ने लगी और 26 नवंबर को उसकी कमलाराजा अस्पताल में मौत हो गई। मायके पक्ष द्वारा हंगामा करने पर मृतका की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए रखवाया गया है।