ग्वालियर में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के केस, भोपाल-इंदौर में लग सकता है नाइट कर्फ्यू

2021 में प्रदेश में 24 घंटे में सबसे ज्यादा 675 पॉजिटिव मिले

ग्वालियर में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के केस, भोपाल-इंदौर में लग सकता है नाइट कर्फ्यू

भोपाल और इंदौर में जिस तरह से कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है, इससे दोनों शहरों में नाइट कर्फ्यू लग सकता है। सरकार इस पर आज देर शाम तक फैसला ले सकती है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 675 नए केस मिले हैं। इसमें ग्वालियर में 26, इंदौर में 247 और भोपाल में 118 पॉजिटिव केस शामिल हैं। इससे पहले 28 दिसंबर 2020 को क्रमश: 258 व 125 केस मिले थे। दोनों शहरों में बढ़ रहे कोरोना केस का आंकलन करें तो एक सप्ताह में यहां 65% की वृद्धि हुई है। 6 मार्च को इंदौर में 161 और भोपाल में 77 पॉजिटिव मरीज मिले थे।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जनवरी के पहले सप्ताह से तुलना करें तो प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार दोगुना हो गई है। जारी आंकड़ों के अनुसार 4 जनवरी को प्रदेश में 671 केस मिले थे। इस दौरान संक्रमण दर 2.5% थी। इसी तरह 12 मार्च को 675 केस पॉजिटिव निकले, लेकिन संक्रमण बढ़कर बढ़कर 4.2% हो गई है। संक्रमण दर बढ़ने की मुख्य वजह टेस्टिंग कम होना है। जनवरी के पहले सप्ताह में रोजाना 28 हजार से अधिक टेस्ट प्रतिदिन हुए, लेकिन 6 से 12 मार्च तक करीब 16 हजार टेस्ट किए गए। यानी साफ है कि टेस्टिंग की बढ़ाई जाए तो पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो जाएगा।

इधर, सरकार ने साफ कर दिया है कि भोपाल-इंदौर में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। ऐसे में नाइट कर्फ्यू लग सकता है। इसके अलावा भी कई सख्त फैसले सरकार कर सकती है। इसके लिए गृह विभाग शनिवार देर शाम तक या रविवार को नई गाइडलाइन जारी कर देगा। बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शुक्रवार देर शाम मंत्रालय में कोरोना की समीक्षा बैठक बुलाई थी। इसमें तय किया गया कि इंदौर और भोपाल में हॉल में होने वाले कार्यक्रमों में क्षमता से 50% तक लोगों के शामिल होने की अनुमति रहेगी। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि दोनों शहरों में 15-16 मार्च से नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार किया जाए।

बैठक में यह भी तय किया गया कि जिन जिलों में 10 या उससे अधिक केस सामने आ रहे हैं, वहां बाजारों में भीड़ को नियंत्रित करने की जरूरत है। इसके लिए दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए रस्सी बांधना अनिवार्य किया जाएगा। 12 मार्च को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर के अलावा रतलाम, बैतूल, बुरहानपुर, उज्जैन और सीहाेर में 10 से अधिक केस आए।