ग्वालियर का मुस्लिम फ़नकार बनाता है उज्जैन के बाबा महाकाल की पगड़ी

ग्वालियर के बालाबाई का बाज़ार में एक जर्जर मकान। बाहर से कोई देखकर नहीं कह सकता कि इस साधारण से मकान में देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब को संभालने और संवारने का इतना पुनीत काम होता है। यहां प्राकृतिक रंगों से तैयार की जाती है उज्जैन के महाकाल के लिए पगड़ी और इसे तैयार करते हैं मोहम्मद रफ़ीक़ अहमद। रफ़ीक़ वैसे तो ग्वालियर की रॉयल फैमिली सिंधिया घराने की नौकरी करते हैं, लेकिन महाकाल की पगड़ियां बनाने का काम उन्हें अलग ही खुशी देता है। ये सिलसिला कैसे शुरू हुआ? कैसे प्राकृतिक रंगों से तैयार होती है ये अनोखी पगड़ी?
जानते हैं ये पूरी कहानी, खुद रफ़ीक़ की जुबानी।