भ्रष्टाचारियों की लापरवाही का शिकार हुई 9 साल की मासूम छात्रा, घाटीगांव के सरकारी स्कूल का प्रवेश द्वार गिरने पर छात्रा के दोनों पैर टूटे

<p>भ्रष्टाचारियों की लापरवाही का शिकार हुई 9 साल की मासूम छात्रा, घाटीगांव के सरकारी स्कूल का प्रवेश द्वार गिरने पर छात्रा के दोनों पैर टूटे</p>

ग्वालियर के घाटीगांव ब्लॉक के बरई पंचायत के‌ संकुल‌ शिक्षा केंद्र में पढ़ने वाली 9 साल की मासूम छात्र को भ्रष्टाचारियों द्वारा की गई लापरवाही का खामयाज़ा अपने दोनों पैरों को गंवाकर भुगतना पड़ा। शासकीय प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाली चौथी कक्षा की 9 वर्षीय छात्रा पार्वती आदिवासी रोज की तरह स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर लौट रही थी उसी दौरान स्कूल का लगभग 150 किलो का प्रवेश द्वार अचानक छात्रा के ऊपर आ गिरा। इसमें छात्रा के दोनों पैर चपेट में आकर बुरी तरह से टूट गए। साथ ही उसके शरीर पर कई जगह गंभीर चोट भी आईं। आसपास के लोगों ने उसे तत्काल घायल अवस्था में ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज किया जा रहा है। वहीं इस घटना‌ से ग्राम पंचायतों में लगातार हो‌ रहे घटिया निर्माण कार्यों की पोल खुल गई है। जानकारी के मुताबिक  स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चों के पैरेंट्स कई बार उस हिलते गेट के बारे में स्कूल प्रबंधन व प्रिंसिपल को सूचना दे चुके थे। गेट सही कराने की मांग कर चुके थे, लेकिन किसी ने भी गेट के हिलने के गंभीरता से नहीं लिया और उसका नतीजा यह गंभीर हादसा हाे गया है। वहीं घटना का पता चलते ही शिक्षा विभाग और जिला पंचायत सीईओ हरकत में आए। जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार ने ट्रॉमा सेंटर पहुँचकर बच्ची के इलाज की जानकारी ली। ‌साथ ही छात्रा के परिजन को आर्थिक सहायता दिलाने‌ का‌ आश्वासन दिया। वहीं इस मामले में घटिया निर्माण सामग्री और भ्रष्टाचार की आशंका‌ को देखते हुए जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने जाँच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है।