डबरा-भितरवार की रेत खदानों में पार्टनरों के बीच विवाद

<p><strong>डबरा-भितरवार की रेत खदानों में पार्टनरों के बीच विवाद</strong></p>

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डबरा और भितरवार क्षेत्र में रेत की 10 खदानों का संचालन कर रही एमपी सेल्स कॉर्पोरेशन और इसकी पार्टनर फर्म मनकामेश्वर सेल्स एलएलपी के बीच विवाद खड़ा हो गया है। कंपनी के प्रोपराइटर मनोज अग्रवाल ने अपने शेयर्स दतिया के एक ठेकेदार केपी सिंह को बेच दिए हैं। इसके चलते अन्य पार्टनरों ने इस मामले में विरोध जताया है। ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने लॉ एंड आर्डर को ध्यान में रखते हुए डबरा एवं भितरवार के एसडीएम, तहसीलदारों एवं माइनिंग अफसरों को खदानों पर चल रही गतिविधियों पर नज़र रखने के आदेश दियें हैं। जानकारी के अनुसार एमपी सेल्स कॉर्पोरेशन मुरैना को ग्वालियर जिले की रेत खदानों का टेंडर दिसम्बर 2019 में मिला था। इसके बाद जून 2020 में मध्यप्रदेश माइनिंग कॉर्पोरेशन से एग्रीमेंट किया गया था। एमपी सेल्स कॉर्पोरेशन ने मनकामेश्वर सेल्स एलएलपी के नाम पर ग्वालियर शहर के बड़े व्यापारियों से ठेका चलाने के लिए 15 करोड़ रूपए लिए। इनमें शहर के अलग-अलग लोगों को कंपनी का पार्टनर बनाया। अब कंपनी ने किसी और को वो पार्टनरशिप बेच दी और पुराने पार्टनर्स से लिया गया पैसा अभी तक वापस नहीं किया है।